Better Half Chi Love Story (Marathi) Review! बेटर हाफ ची लव्ह स्टोरी (मराठी)रिव्हीव
Better-Half Chi Love Story (Marathi) – Review
दोस्तों, आज मैं लेकर आया हूँ एक नई मराठी फिल्म का रिव्यू – Better Half Chi Love Story। नाम सुनकर आपको लगेगा कि कोई प्यारी-सी, दिल छू जाने वाली लव स्टोरी होगी, लेकिन असलियत थोड़ी अलग निकली। और मैं आपको साफ बता दूँ, इस फिल्म ने मुझे उतना एंटरटेन नहीं किया जितनी उम्मीद थी।
कहानी क्या है?
फिल्म की कहानी है अजय पाटील (सुभोध भावे) और सोनिया (रिंकू राजगुरु) की। दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं और शादी कर लेते हैं। लेकिन शादी के बाद अजय की ज़िंदगी बन जाती है सीरियल वाला daily soap – सोनिया को हर वक़्त शक रहता है। उसे लगता है कि अजय का अफेयर अपनी बॉस मोना (प्रार्थना बेहरे) के साथ चल रहा है। और सिर्फ यही नहीं, अजय के दोस्त भगवान काले (अनीकेत विश्वस्राव) पर भी उसे शक रहता है।
अब सोचो भाई, अगर शादी के बाद हर समय “तू कहाँ था?”, “किससे बात कर रहा था?”, “मोबाइल क्यों छुपाया?” जैसे सवाल ही मिलें, तो किसी की भी जिंदगी hell बन जाएगी। और वही अजय के साथ होता है।
कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब एक दिन पति-पत्नी की लड़ाई में सोनिया की मौत हो जाती है। लेकिन मरने के बाद भी सोनिया अजय को छोड़ती नहीं है। उसका आत्मा सीधा अजय के शरीर में घुस जाती है। Imagine करो, तुम्हारे body में तुम्हारी बीवी या गर्लफ्रेंड की spirit आकर कंट्रोल करने लगे – life aur भी horror-comedy बन जाएगी।
आगे क्या होता है?
सोनिया के जाने के बाद अजय को लगता है कि उसकी लाइफ थोड़ी normal हो जाएगी। लेकिन असल मेन कहानी यहीं से शुरू होती है। क्यूँकि अब अजय धीरे-धीरे मोना से प्यार करने लगता है। और तभी उसके अंदर बसी सोनिया की आत्मा jealous mode on कर देती है।
पूरी फिल्म में यही ड्रामा चलता रहता है – अजय एक तरफ अपनी नई feelings को संभालता है, दूसरी तरफ अंदर बैठी पत्नी की आत्मा उससे “moral policing” करती रहती है।
Story और Screenplay
कहानी लिखी है संजय अमर ने। Honestly बोलूँ तो कहानी का concept interesting हो सकता था, लेकिन execution में मज़ा नहीं आया। Script इतनी weak है कि कई scenes आपको “arre yaar yeh kya bakwaas ho raha hai?” वाला vibe देंगे।
Comedy scenes भी आएंगे, लेकिन वो भी बस हल्की-फुल्की हँसी दिलाते हैं। As a college student, मुझे लगा कि writer ने इस फिल्म को शायद बहुत casual तरीके से लिखा है – ना emotions सही से पकड़ पाए, ना ही comedy strong बनी।
Dialogues? बस ठीक-ठाक। कोई ऐसा punch नहीं जो याद रह जाए या whatsapp status बना पाओ।
Performances – किसने क्या काम किया?
सुभोध भावे (अजय पाटील) – Acting wise ठीक हैं। लेकिन honestly, उनका और रिंकू राजगुरु का जोड़ी chemistry वाली नहीं लगी। शायद age difference की वजह से भी audience connect नहीं कर पाती।
रिंकू राजगुरु (सोनिया) – Acting ठीक है, लेकिन role ही थोड़ा irritating लिखा गया है।
प्रार्थना बेहरे (मोना) – She was actually good. एक प्रोफेशनल boss और बाद में love interest का role अच्छे से किया।
अनीकेत विश्वस्राव (भगवान काले) – Average काम किया है।
बाकी supporting cast – जैसे अक्षम शेट्टी (तांत्रिक), किशोर चौगुले (इंस्पेक्टर), गणेश यादव वगैरह – सब बस normal support ही देते हैं। कोई standout performance नहीं है।
Music और Technical Side
Music दिया है साजन पटेल और अमेय नरे ने। लेकिन frankly, गाने ऐसे हैं कि ना theatre में सुनकर मज़ा आता है, ना बाहर निकलने के बाद याद रहते हैं। Background score भी बस ordinary है।
Cinematography average, editing ढीली, direction तो और भी weak। Honestly, पूरी फिल्म में कहीं भी वो cinematic magic महसूस नहीं हुआ जो normally theatre में चाहिए होता है।
Overall Impact
भाई लोग, मैं आपको सच बता रहा हूँ – ये फिल्म एकदम flop show है। Concept में मज़ा था, लेकिन execution ने सब बेकार कर दिया। Emotional connect zero, comedy weak, songs forgettable – तो audience पैसे क्यों खर्च करेगी?
Release भी हुआ है limited shows के साथ, और opening भी poor रही। तो साफ है कि ये फिल्म ज्यादा दूर नहीं जाएगी।
मेरी Personal Feelings
मैंने ये फिल्म दोस्तों के साथ देखी, honestly सिर्फ रिंकू राजगुरु और सुभोध भावे का नाम देखकर। लगा कि कुछ नया देखने को मिलेगा। लेकिन interval तक ही हम सब bored हो चुके थे। एक दोस्त तो literally popcorn खाने में ज्यादा busy था फिल्म से।
फिल्म का vibe ऐसा था जैसे किसी ने जबरदस्ती comedy और emotional scenes मिला दिए हों। मतलब ना comedy हंसा पाती है, ना emotion छू पाते हैं।
weekend पर मज़ेदार फिल्म देखने का mood बना रहे हो, तो honestly, ये फिल्म मत देखना। Time और पैसा दोनों waste हो जाएगा।
Rating
1.5/5 stars (और ये भी सिर्फ actors के लिए।)
आखिर में…
आपने ये फिल्म देखी है तो नीचे comment करके बताओ आपको कैसी लगी। शायद आपकी राय थोड़ी अलग हो, लेकिन majority को ये फिल्म खास पसंद आने वाली नहीं है।
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