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Nikita Roy Review : निकिता रॉय फिल्म रिव्हीव 

Nikita Roy Review : निकिता रॉय फिल्म रिव्हीव 

 

फिल्मी सर्वे पर आपका स्वागत है!
आज बात करेंगे 18 जुलाई 2025 को रिलीज़ हुई फिल्म – “Nikita Roy” की।

 

भाई लोगो, सच बताऊं तो मैं बहुत एक्साइटेड था जब मैंने इस फिल्म का पोस्टर पहली बार देखा था। नाम भी थोड़ा सा थ्रिलर टाइप लग रहा था – Nikita Roy – ऊपर से डेमन, शैडो, मिस्ट्री वगैरह की बात हो रही थी तो लगा कि कुछ हटके देखने मिलेगा। लेकिन फिल्म देखकर निकला तो दिमाग सुन्न हो गया… और मैं यही सोच रहा था – “भाई, क्या देखा अभी?”

चलो अब डिटेल में बात करते हैं…

 

कहानी की बात करें तो…

कहानी का आइडिया तो था अच्छा – डार्क एलिमेंट्स, कोई डेमन जैसा कैरेक्टर, शैडो टाइप कुछ, थोड़ा मिस्ट्री वाला सेटअप – मतलब जिसको सुनते ही लगता है कि कोई धमाकेदार थ्रिलर बन सकती थी। लेकिन execution ऐसा किया गया है कि पकोड़े की तरह ठंडे हो गए सारे elements।

फिल्म की रफ्तार इतनी धीमी थी कि दो बार तो लगा मोबाइल में PUBG चालू कर लूं बीच में। सीन खिंचे हुए, डायलॉग्स में दम नहीं, और थ्रिल का तो नामोनिशान नहीं। ऐसा लग रहा था जैसे डायरेक्टर खुद बोर हो गया हो स्क्रिप्ट से।

 

एक्टिंग – चलो एक-एक करके बात करते हैं

Saxena साहब ने डेमन का रोल किया है। हां, ठीक-ठाक लगे लेकिन कुछ खास नहीं। कम से कम उनका लुक थोड़ा डरावना था, तो कहीं-कहीं असर हुआ।

Supreet Bedi जो Tina बनी हैं – भाईसाहब, उनकी एक्टिंग देखकर लगा जैसे ज़बरदस्ती रोल दे दिया गया हो। Zero expressions, और डायलॉग्स पढ़ने जैसी delivery।

Luv S. Sinha का शैडो वाला किरदार था। मतलब… ठीक ही कहूंगा, ना अच्छा, ना बुरा – बस जैसे चल रहा है वैसे निभाया है।

बाक़ी सारे कैरेक्टर्स… literally “कौन थे ये लोग?” वाला फील आया। मतलब इतने बेमन से एक्टिंग की गई है कि कोई impact ही नहीं बनता।

 

डायरेक्शन – काश थोड़ा और ध्यान दिया होता…

Kush S. Sinha ने फिल्म डायरेक्ट की है और सच बताऊं तो इस genre के लिए उनको थोड़ा और तेज़ और तगड़ा थ्रिलर बनाना चाहिए था। स्क्रिप्ट खुद थोड़ा लूज़ थी, लेकिन अगर डायरेक्शन में tightness होती, तो शायद कुछ बन जाता।

मतलब एक डार्क थ्रिलर से हम क्या उम्मीद करते हैं? तेज़ pace, ज़बरदस्त बैकग्राउंड स्कोर, tension building… और यहां कुछ भी नहीं था।

 

 म्यूज़िक और टेक्निकल्स

Abhinav Shekhar का म्यूज़िक सुनकर लगा – अच्छा है, पर फिल्म में use ही ऐसा किया गया कि ध्यान ही नहीं गया। गाने तो वैसे भी लोगों को याद नहीं रहेंगे।

Lyrics भी Abhinav ने ही लिखे हैं – लेकिन frankly कहूं तो वो भी काफी सिंपल और भूले-बिसरे टाइप हैं। कोई hook लाइन नहीं, कोई catchy punch नहीं।

Background score – भाई Amar Mohile जी ने दिया है, लेकिन कोई impact नहीं डाल पाया। ऐसी फिल्मों में तो background music बहुत crucial होता है, और यहां वो पूरी तरह फेल हो गया।

Cinematography by Anshul Chobey – अच्छा था। Visually कुछ scenes neat लगे। लेकिन वो अकेले क्या कर लेते जब पूरी फिल्म ही फीकी हो!

Action scenes – Ian Van Temperley ने किए हैं – पर क्या बताऊं, स्टंट्स ऐसे थे जैसे TV serials में दिखाते हैं। बिल्कुल excitement नहीं।

Editing – Ritesh Soni का काम था… और editing तो इतनी लूज़ थी कि कुछ scenes तो यूं लगे जैसे बीच में कट ही नहीं किए। एक proper trimming की बहुत ज़रूरत थी।

 

Production वगैरह…

Sunil Nigvekar का प्रोडक्शन डिज़ाइन और Ganesh Dhepe का आर्ट डायरेक्शन – दोनों ही काम चलाऊ टाइप था। मतलब कुछ भी ऐसा नहीं था जो “वाह” निकलवा दे।

 

 

Box Office और रिलीज़ की हालत

फिल्म 18 जुलाई 2025 को रिलीज़ हुई थी – Bombay में Metro Inox में सिर्फ 1 शो रोज़ाना, और बाकी सिनेमाघरों में भी। यानी पहले से ही थोड़ा ठंडा माहौल था।

Publicity – almost ना के बराबर। Posters तो ठीक-ठाक थे पर promotion बिलकुल धीमा।

Opening – जैसी उम्मीद थी, वैसी ही निकली – dull और कमजोर। और frankly, आगे चलकर इसकी collection बढ़ेगी ऐसा कुछ भी नहीं लगता।

 

 

अब मेरी राय – Ekdum Honest Review

दोस्तों, Nikita Roy एक ऐसी फिल्म है जिसमें बहुत कुछ हो सकता था – पर हुआ कुछ नहीं। एक थ्रिलर फिल्म जिसमें ना थ्रिल है, ना मज़ा, ना डर, ना curiosity। पूरा का पूरा सेटअप waste चला गया सिर्फ कमजोर execution की वजह से।

कई बार लगता है कि सिर्फ नाम और कुछ dark visuals दिखाकर लोग सोचते हैं कि audience impress हो जाएगी – पर आजकल के viewers को कुछ भी पकड़ा नहीं सकते। कहानी tight होनी चाहिए, presentation engaging और acting दमदार – और ये सब चीजें इस फिल्म में मिसिंग थीं।

आखिरी में यही कहूंगा…

अगर आप weekend पर कुछ देखना चाहते हैं औरदेखना चाहते हैं और सोच रहे हैं कि Nikita Roy देख लें – तो सोचिए दो बार। ये फिल्म आपको neither entertainment देगी, ना experience।

 

एक छोटा सा निवेदन…

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जल्द मिलेंगे अगली फिल्म के review के साथ!
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